होरा शब्द अहो-रात्र से बनाहै, जिसमें से पहला (अ) औरआखिरी (त्र) अक्षर हट गए हैं। अहो शब्द का अर्थ दिन और रात्रि का अर्थ रात है, जिससे दिन का दिन और रात के दो भागों में विभाजन होता है। दिन का स्वामी सूर्य और रात्रि का स्वामी चंद्रमा होता है, जो इन समयों मेंआकाश में सब से चमकीले ग्रह होते हैं। भौतिक शरीर वाले सात ग्रहों (अर्थात सूर्य से शनि तक) पर विचार करें जो सप्ताह के दिनों के स्वामी हैं। यदि अहो-रात्र में होरा शब्द द्वारा सूर्य और चंद्रमा को दर्शाया जाता है, तो शब्द के शेष भाग (अर्थातअत्र) को मंगल से शनि तक शेष पाँच ग्रहों द्वारा दर्शाया जाएगा। अत्र शब्द का अर्थ है भोजन और मंगल से लेकर शनि तक पाँच ग्रह पंचतत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं जिससे शरीर बना हैऔर भोजन जो शरीर को जीवित रहने के लिए आवश्यक है। वास्तव में, अक्षर ‘अ’ को ब्रह्मअक्षर भी कहा जाता है जो समस्त भौतिक सृष्टि काआरंभऔर स्रोत दोनोंहै।
होरा शब्द के तीन महत्वपूर्ण अर्थ हैं।
- पहला अर्थ स्वयं कुंडली या होरोस्कोपी है जो अहो-रात्र से प्राप्त समय विभाजन परआधारित है।
- दूसरा अर्थ राशिचक्र का आधा भाग है जो दो आयनों (जिन्हें उत्तरायण और दक्षिणायन कहा जाता है) का प्रतिनिधित्व करता है। ये संक्रांति के बीच की अर्धवार्षिक अवधियाँ हैं।
- तीसरा अर्थराशि चक्र का आधा भाग या 15° का विस्तार है। यह एक घंटा है जो राशि के दोगुना विभाजन से प्राप्त होता है। एक राशि लगभग दो घंटे का समय दर्शाती है और होरा इसका आधा होने पर एक घंटे का समय दर्शाती है।
…8 अगस्त, 2004 एक यूरोपीय सम्मेलन में प्रस्तुत होरा लग्न पर विस्तृत शोधपत्र पढ़ें।
इसके बाद होरा और घटिका लग्न पर स्लाइड अवश्य सुनें।